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विवाहिक जीवन - प्यार, जिम्मेदारियां, पारिवारिक जीवन

Last Updated : 4/29/2020 2:04:48 PM     Posted by : Archana

विवाहिक जीवन

 

परिचय

विवाह के बाद दो व्यक्ति एक रिश्ते में जुड़ जाते हैं उनको सारी जिंदगी अब एक साथ बितानी होगी सारे दुख सुख एक साथ बांटने पड़ेंगे तथा एक दूसरे का ख्याल रखना होगा | शुरु शुरु में विवाहित जीवन  सफल होता है क्योंकि दो व्यक्तियों के बीच आपकी समझ तथा एक दूसरे की भावनाओं को समझते हैं परंतु उसके बाद जिम्मेदारियां बढ़ती है जैसे बच्चों की परवरिश, परिवार को तथा बुजुर्गों का ख्याल रखना तथा संस्कारों को कभी ना भूलना |

 

पारिवारिक जीवन

विवाह के बाद दोनों का जीवन एक होता है इसके साथ-साथ लड़के का परिवार भी बहुत खुश होता है क्योंकि उनके परिवार में एक नया सदस्य उनकी बहू ढेर सारी खुशियां के साथ आती है |लड़की के लिए उसका ससुराल काफी मायने रखता है ससुराल में सास बहू उसके माता-पिता होते हैं तथा देवर देवरानी, जेठ जेठानी तथा उनके बच्चे | बहु इन सब का ख्याल  रखती हैं बदले में ससुराल वाले बहू को बहुत प्यार देते हैं तथा बहू का भी ख्याल रखते हैं | बहू के आने पर देवरानी तथा जेठानी का काम आपस में बैठ जाता है और घर का काम मिलजुलकर करते हैं |

 

पति-पत्नी का प्यार

 

शादी अरेंज हो या मैरिज हो सबसे ज्यादा मायने पति-पत्नी का प्यार ही रखता है | शादी के बाद दो अजनबी एक दूसरे को जानने लगते हैं तथा समझने लगते हैं | अगर पति पत्नी का प्रेम विवाह से पहले होता है तो विवाहित जीवन में ज्यादा परेशानी नहीं आती | एक साथ रहते रहते हैं दोनों का प्यार मजबूत बन जाता है दोनों एक दूसरे को मायने रखते हैं उसके बाद आपसी संबंध बनाते हैं वैवाहिक जीवन का एक अनोखा तथा कोमल रिश्ता शारीरिक संबंध होता है | इस अनोखे शारीरिक संबंध से पति पत्नी का जीवन एक और नए दौर की शुरुआत होती है यह नया जीवन बहुत ही प्यारा तथा दुलारा होता है  जिसे संतान कहते हैं | पति-पत्नी के जीवन में संतान के आने से खुशियां चार गुनी हो जाती है तथा वैवाहिक जीवन की दौड़ और मजबूत हो जाती है |

 

पत्नी की जिम्मेदारियां

पत्नी की जिम्मेदारियां निभाना एक कठिन कार्य है | विवाह के बाद लड़की का जीवन पूरी तरह से बदल जाता है ससुराल में उसके कंधे पर बहुत सारी जिम्मेदारियां होती हैं जैसे समय पर सबके लिए भोजन बनाना, अपने संस्कारों को को महत्व देना, बड़ों का आदर करना, वृद्ध व्यक्ति का ख्याल रखना तथा समय पर दवाइयां प्राप्त करवाना | सबसे बड़ी जिम्मेदारी पति का ख्याल रखना तथा बच्चों की परवरिश होती है | विवाह के बाद ससुराल मैं  सास अपनी बहू को नए नए तरीके से कार्य करना सिखाती है जिससे बहू का मानसिक विकास भी अधिक होता है |

 

पति की जिम्मेदारियां

विवाह के बाद  पति की जिम्मेदारियां दुगनी हो जाती है पहले वह अपने परिवार का ख्याल रखता था और अब अपनी पत्नी तथा अपने बच्चे का भी ख्याल रखेगा | एक लड़के के ऊपर उसके पूरे घर की उसके ऊपर होती है  लड़का अपने परिवार वालों खर्चा उठाता है तथा उनकी जरूरतों को पूरा करता है | अब उसे अपनी पत्नी का ख्याल रखना होगा तथा अपने संतान एवं अपने पत्नी के भी खर्चा उठाने होंगे | पति को अपने परिवार का विकास करने के लिए ज्यादा मेहनत तथा अधिक पैसे कमाने होंगे |

 

वैवाहिक जीवन के फायदे

पति पत्नी को वैवाहिक जीवन के अधिक फायदे होते हैं  जैसे दोनों को एक दूसरे का सहारा मिलता है एक दूसरे का प्यार प्राप्त होता है | पति पत्नी एक साथ अपने परिवार को सुखमय बनाने में सफल होते हैं |  तथा दोनों को अपने परिवार वालों से आर्थिक सहायता प्राप्त होती है | तथा दोनों के परिवार वालों को भी एक दूसरे से अनेक प्रकार की सहायता प्राप्त होती है | पति-पत्नी एक-दूसरे से अपने मन की बात , परेशानी या  कैसा भी विवाद कभी भी शेयर कर सकते हैं | इससे मन का बोझ कम होता है तथा जीवन में आई किसी भी परेशानी या मुसीबत को हल कर सकते हैं | अगर  पति पत्नी किसी भी बात के पक्ष में एक साथ हो तो वह किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं  अगर वैवाहिक जीवन भरोसेमंद तथा सफल हो तो पति पत्नी एक दूसरे के ऊपर आंखें बंद कर कर भी भरोसा कर सकते हैं | विवाहित जीवन में झगड़े होना भी जरूरी है और यह आम बात होती है इससे दोनों की गलतफहमी दूर होती है तथा एक दूसरे के प्रति प्रेम दुगना हो जाता है |